सनातन धर्म में प्रकृति

सनातन धर्म में सम्पूर्ण प्रकृति को ईश्वर का रूप मानने की अवधारणा धार्मिक, सांस्कृतिक और दार्शनिक परंपराओं का परिणाम है। यह विचार न केवल आध्यात्मिक है, बल्कि इसके पीछे गहरी नैतिक और पर्यावरणीय जिम्मेदारियां भी निहित हैं। सनातन संस्कृति अपने इन विचारों को लेकर बेहद खास माना जाता है। भारतीय संस्कृति अपने इन्हीं उच्च विचारों … Read more

प्रकृति के बिना जीवन

क्या मानव संस्कृति का अंत हो सकता है,विज्ञान नया क्या कर रहा है, क्या प्रकृति के बिना जीवन का कल्पना हो सकता है, प्रकृति से खिलवाड़ महंगा पड़ सकता है। इस धरती के सभी जीव प्रकृति के अधीन हैं और प्रकृति का गुलाम है। प्रकृति के विपरीत कार्य तो किया जा सकता है परंतु प्रकृति … Read more

Prakrti Ka Hisab प्रकृति का हिसाब

जीवन एक अद्वितीय सफर है जिसमें सुख और दुःख दोनों का साथ होता है। इस सफर में हमें अनेक प्रकार की परीक्षाओं और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जो हमें मजबूत बनाते हैं। बुढ़ापा और मृत्यु हम सभी के लिए अनिवार्य हैं, और इसे स्वीकार करके ही हम जीवन को सच्चाई से समझ सकते … Read more

Sabase Bada Aashchary सबसे बड़ा आश्चर्य

प्रकृति वास्तव में एक अद्वितीय और अद्वितीय शक्ति है जो हर रोज़ हमें अचंभित करती है। उसकी समृद्धि और सौंदर्य से यह हमें अपनी महानता की भावना देती है। प्रकृति का अनंतता और विविधता वास्तव में आश्चर्यजनक है। प्रकृति के विविध रूपों में समुद्र, पर्वत, वन, नदियाँ, प्राकृतिक वातावरण, और जलवायु की विविधता हमें उसकी … Read more