आज के समय सबको पता है धरती के ऊपर पानी की कमी नहीं है। परंतु पीने के लिए सबको गंगा के पानी से उत्तम निर्मल पानी नहीं मिल सकता। कुछ लोगों को राजा भगीरथ की कहानी झूठी लगता है। भारत अपने सनातन संस्कृति को लेकर खास है। गंगा नदी को माता और पतित पावनी कहा गया है। शास्त्रों में सवा लाख गंगा का जिक्र है। कुछ लोग भूल जाते हैं समंदर का पानी पी नहीं सकते , धरती के नीचे से भी जो पानी हमें मिलता है वह सभी गंगा का उपकार हीं तो है। जब पानी से ही जीव की उत्पत्ति है और पानी से हीं जीवन चलता है फिर गंगा हमारी माता क्यों नहीं?