जीवन का सबसे बड़ा शत्रु

यह एक सर्वविदित सत्य है कि मनुष्य जितना बीमारी से नहीं मरता, उससे कहीं अधिक बीमारी के भय से मरता है। जब किसी व्यक्ति को किसी बीमारी का पता चलता है, तो उसके मन में भय और चिंता का एक गहरा कुआँ बन जाता है। यह भय इतना शक्तिशाली होता है कि यह व्यक्ति की … Read more

प्रकृति के बिना जीवन

क्या मानव संस्कृति का अंत हो सकता है,विज्ञान नया क्या कर रहा है, क्या प्रकृति के बिना जीवन का कल्पना हो सकता है, प्रकृति से खिलवाड़ महंगा पड़ सकता है। इस धरती के सभी जीव प्रकृति के अधीन हैं और प्रकृति का गुलाम है। प्रकृति के विपरीत कार्य तो किया जा सकता है परंतु प्रकृति … Read more

Vivah Kee Avashyakata विवाह की आवश्यकता

विवाह की वास्तविकता उन लोगों के लिए अद्वितीय है जिनके पास अपने जीवन साथी के अलावा कोई और नहीं है। विवाह एक साथी के साथ न खेलने वाले संबंध की स्थापना करता है, बल्कि वह एक अद्वितीय और अनमोल अनुभव प्रदान करता है जो व्यक्ति को उसके स्वार्थ, आकलन, और आत्मा की खोज में ले … Read more