वर्तमान मजबूत होगा तभी भविष्य

अतीत के ऊपर वर्तमान बना है , वर्तमान के ऊपर भविष्य बनेगा। वर्तमान को मजबूत बनाना है एकमात्र लक्ष्य होना चाहिए।

वर्तमान मजबूत होगा तभी भविष्य

वर्तमान पर ध्यान केंद्रित करना और इसे मजबूत बनाना ही भविष्य की नींव रखता है। अतीत से सीखकर और वर्तमान में सक्रिय रहते हुए, हम एक बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकते हैं। इस प्रक्रिया में सकारात्मक कार्य, सही निर्णय और आत्मविकास महत्वपूर्ण हैं।

कांग्रेस ने बीजेपी को नया एजेंडा दिया

विपक्ष कभी कहता था बीजेपी के पास मात्र राम मंदिर के सिवा कोई दूसरा एजेंडा नहीं है। बीजेपी के लिए यह भी कहा गया कि बीजेपी अपने एजेंटों को पूरा नहीं करना चाहती क्योंकि एजेंडा समाप्त होगा तो बीजेपी की राजनीति समाप्त हो जाएगी। परंतु बीजेपी के हाथ नित्य नए एजेंट आते गए और वह … Read more

पितामह भीष्म: संकल्प

व्यक्ति स्वयं से स्वयं को संकल्पों में बांधता है। नहीं तो पितामह भीष्म को कोई रोक सके अथवा बढ़ सके ऐसा उसे कल में कोई व्यक्ति नहीं था। पितामह भीष्म ने स्वयं से ही स्वयं को अपने संकल्पों में बांध दिया जिसका कारण भीषण महाभारत युद्ध हमें सामने दिखता है। भारतीय महाकाव्य महाभारत में पितामह … Read more

वास्तव में ईश्वर को कोई चाहता ही नहीं

ईश्वर को पाना सदियों से मानव जीवन का परम लक्ष्य माना गया है। शास्त्र, ग्रंथ, और संत-महात्मा बार-बार यह बताते रहे हैं कि ईश्वर को प्राप्त करना अत्यंत कठिन है। लेकिन जब हम समाज के चारों ओर देखते हैं, तो यह सवाल उठता है: क्या वास्तव में लोग ईश्वर को पाना चाहते हैं? वर्तमान समय … Read more

बदलाव और आवश्यकता एक चिंतन

ननसमाज एक गतिशील इकाई है, जो समय के साथ बदलता रहता है। हर रोज़ इसमें कुछ नया घटित होता है, चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक। किसी समाज की प्रगति या अवनति उसके लोगों की सोच, कार्यों और मूल्यों पर आधारित होती है। आज के युग में, जब विज्ञान और तकनीक तेज़ी से आगे बढ़ … Read more

Soch Ko Ooncha Karo

भारत के महामानव अतुलनीय स्वामी विवेकानंद,भारतीय संस्कृति में विशेष क्या है,क्या आंखें मूंद लेने से वास्तविकता बदल जाता है, विवेकानंद जी के अनमोल शब्द, भारत ऐसे ही महान देश नहीं कहा जाता,विशाल भारत! आज के नौजवान यदि इतिहास को सर्च करेंगे तो उन्हें पता चलेगा, कि आज के समय जितने देश बहुत आगे हैं, उनका … Read more