सब कुछ संभव है

करने वाले के लिए सब कुछ संभव है। असंभव तो उनके लिए कुछ होता है जो थक हार कर बैठ जाते हैं। असंभव तो उनके लिए होता है जो कर्म करते थोड़ा है और सपना ज्यादा देखा करते हैं। वह कामयाबी ही क्या जो आसानी से मिल जाए। सब कुछ संभव है सिर्फ करने वाले … Read more

सभीं मनुष्य एक समान

सभीं मनुष्य एक हीं मिट्टी के बने हुए हैं और उन्हें यह अधिकार भी है कि वे अपने साथ अच्छे व्यवहार की मांग करें। अर्थात – बाबा साहब कहते हैं ईश्वर ने सभी मनुष्यों को एक ही तरीके से बनाया है और सबको समान रूप से अधिकार भी दिया है। इस संसार के सभी मनुष्यों … Read more

नमस्ते सनातन धर्म संस्कृति

नमस्कार नमस्ते प्रणाम राम-राम, जय सियाराम। कहते हैं हमारे जो अपने हैं वह प्रेम के भूखे हैं। दिल से निकले हुए शब्द के साथ प्रेम स्वत: ही सम्मिलित होता है। अपनों से अपनी भाषा में बात करें, अपनी संस्कृति में अपनी संस्कृति वाला प्रेम इजहार करें। सब अपनी संस्कृति को आगे बढ़ाने में लगे हैं … Read more

हाय रे दुश्मनी

सब कहते हैं दुश्मनी करना अच्छा नहीं होता। पर सुनकर बात हजम भी नहीं होता। कारण यदि दुश्मनी करना अच्छा नहीं होता तो फिर लोग यूं दुश्मनी किया क्यों करते। कभी-कभी तो ऐसा भी देखने में आता है  दुश्मनी का न सर  नज़र आता है और ना ही पैर‌। खैर दुश्मनी तो दुश्मनी है । … Read more

डेमोग्राफी बदलाव के बाद

कुछ ओपन माइंड और दोगले किस्म के इंसान डेमोग्राफी बदलाव से संबंधित विचारों को सुनना भी पसंद नहीं करते हैं। यह उनकी प्रॉब्लम हो सकता है परंतु समाज उन चंद लोगों के विचारों के ऊपर नहीं चल सकता। जब डेमोग्राफी के अंदर बदलाव होता है तो उसका असर दूर तक होता है, यह प्रत्येक व्यक्ति … Read more

हिंदू धर्म में स्वतंत्रता

हिंदू धर्म में अपने प्रथा को मानने की स्वतंत्रता है। सभी समुदाय अपने-अपने अनुसार से ईश्वर का मनन चिंतन अथवा पूजन करते हैं। मैं कहता हूं ईश्वर ऐसा है। मेरे कहने से , अथवा किसी और के कहने से क्या होता है। दूसरे के प्रथा को आगे बढ़ाने के लिए अपनी प्रथा की कुर्बानी क्यों … Read more