अपनें संस्कृति का बचाव, संस्कृति को लावारिस छोड़ने से नहीं होगा। आपके बच्चे में अपनें संस्कृति से लगाओ उसे राम भरोसे छोड़ने से नहीं होगा। आजकल हिंदुत्व की बात करो तो कुछ विचारहीन स्वार्थी नेता हिंदुओं को कट्टर बनाने का इल्जाम लगाते लगते हैं। जबकि हिंदुत्व का विचार हीं सेकुलर है।

सनातन संस्कृति से जुड़े हर एक हिंदू का कर्तव्य है कि वह अपनीं नस्लों के लिए सभ्य संस्कृति प्रदान करें। कुछ राजनीतिक दल आज के समय वामपंथी विचारधारा से ग्रसित हो गई है। वामपंथी विचारधारा द्वारा फैलाई गंध, वामपंथ को हीं खा रही है। सनातन संस्कृति के अनुयायियों को समझना चाहिए की संस्कृति का बचाव संस्कृति को लावारिस छोड़ने से नहीं होगा। उसके लिए सबको विचार करना होगा, और संभव पर्यंत विचार नित-निरंतर फैलाने की कोशिश करनी होगी।
इसलिए प्रत्येक सनातनियों से हार्दिक आग्रह
रोज एक कदम अपनें संस्कृति की ओर और संस्कृति के लिए।